Machine For Agriculture: खेती होगी आसान! सरकार से पाएं 90% तक सब्सिडी पर ड्रिप स्प्रिंकलर
किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है। अमेठी में ड्रिप स्प्रिंकलर लगाने पर किसानों को 65 से 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी।

Machine For Agriculture: किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएँ चलाई जा रही हैं। इन योजनाओं का उद्देश्य किसानों को उनकी खेती में मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपनी आय में वृद्धि कर सकें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें। इसी कड़ी में अमेठी के वरिष्ठ बागवानी निरीक्षक ने बताया कि अब किसानों को ड्रिप स्प्रिंकलर यानी ड्रिप फाउंटेन उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिन्हें स्थापित करने के बाद किसानों को 65 से 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जाएगी।
सरकारी योजनाओं का उद्देश्य और लाभ
किसान की आय बढ़ाने के लिए सरकार के विभिन्न योजनाओं में से एक यह है कि अब सिंचाई उपकरणों को सब्सिडी पर उपलब्ध कराया जा रहा है। यह कदम किसानों की सिंचाई समस्याओं को हल करने के लिए उठाया गया है। सिंचाई के लिए ड्रिप सिस्टम को अपनाने से जहां किसानों को बिजली के बिल से छुटकारा मिलेगा, वहीं डीजल का खर्च भी कम होगा। साथ ही, किसानों को बागवानी के विकास के लिए एक स्थिर और सस्ता तरीका उपलब्ध होगा।
अमेठी के वरिष्ठ बागवानी निरीक्षक प्रमोद कुमार यादव ने लोकल 18 से बातचीत करते हुए बताया कि इस सिंचाई प्रणाली के माध्यम से किसानों को बिना किसी वित्तीय दबाव के सिंचाई की सुविधा मिलेगी। इस योजना के तहत किसानों को ड्रिप स्प्रिंकलर सिस्टम यानी ड्रिप फाउंटेन की स्थापना के लिए 65 से 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है, ताकि वे इस योजना का लाभ उठा सकें।
ड्रिप सिंचाई प्रणाली का महत्व
ड्रिप सिंचाई प्रणाली किसानों के लिए एक क्रांतिकारी कदम है। इस प्रणाली में पानी की एक निर्धारित मात्रा को सीधे पौधों की जड़ों तक पहुंचाया जाता है, जिससे पानी की बर्बादी नहीं होती। इसके अलावा, यह समय और धन की बचत करता है। किसान अधिक उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं और जल स्रोतों का सही उपयोग कर सकते हैं।
प्रगतिशील किसान रानंजय सिंह ने बताया कि ड्रिप स्प्रिंकलर प्रणाली समय और धन बचाती है, जिससे खेती की लागत में कमी आती है और उत्पादन में वृद्धि होती है। यह प्रणाली खासतौर पर उन किसानों के लिए लाभकारी है जिनके पास सीमित जल स्रोत हैं। इसके द्वारा खेतों में समय पर सिंचाई की जा सकती है, जिससे फसलों की गुणवत्ता और मात्रा दोनों बढ़ सकती हैं।
कैसे प्राप्त करें सब्सिडी पर सिंचाई उपकरण
अमेठी के वरिष्ठ बागवानी निरीक्षक ने बताया कि यह सिंचाई योजना किसानों को फर्स्ट कम, फर्स्ट सर्व के आधार पर लाभ देती है। यानी जो किसान पहले आवेदन करेंगे, उन्हें पहले इस योजना का लाभ मिलेगा। आवेदन की प्रक्रिया निःशुल्क है और कोई भी किसान इस योजना का लाभ उठा सकता है।
किसान आवेदन करने के लिए जिला बागवानी कार्यालय या किसी जन सुविधा केंद्र पर जाकर आवेदन कर सकते हैं। आवेदन के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ों की आवश्यकता होगी:
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक
- खतौनी की फोटोकॉपी
- दो पासपोर्ट साइज फोटो
- मोबाइल नंबर
इन दस्तावेजों के साथ किसान आवेदन कर सकते हैं और सिंचाई प्रणाली पर सब्सिडी का लाभ उठा सकते हैं।
गांवों में जागरूकता अभियान
सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि अधिक से अधिक किसानों को इस योजना के बारे में जानकारी मिले। इसके लिए लगातार किसानों को जागरूक किया जा रहा है। बागवानी विभाग द्वारा प्रचार-प्रसार अभियान चलाए जा रहे हैं ताकि किसान जल्दी से जल्दी आवेदन करें और इस योजना का लाभ उठा सकें। विभाग का लक्ष्य है कि जिले में इस सिंचाई प्रणाली को अधिक से अधिक भूमि पर स्थापित किया जाए, ताकि कृषि उत्पादन में वृद्धि हो सके।
सरकारी मदद से बागवानी में विकास
इस योजना का उद्देश्य किसानों को अपनी खेती में सुविधा और मदद प्रदान करना है। सिंचाई की उचित व्यवस्था से किसानों को न केवल जल संकट से राहत मिलेगी, बल्कि उनका उत्पादन भी बढ़ेगा। यह पहल किसानों को प्रौद्योगिकी और आधुनिक तरीके से जुड़ने के लिए प्रेरित करेगी। इससे किसानों की आमदनी में भी वृद्धि होगी और उन्हें बेहतर जीवन-यापन करने का अवसर मिलेगा।
योजना के लाभ
- जल बचत – ड्रिप सिंचाई प्रणाली जल की बर्बादी को रोकती है।
- खर्च में कमी – बिजली और डीजल की खपत कम होती है।
- समय की बचत – सिंचाई के लिए समय की बचत होती है।
- उत्पादन में वृद्धि – पौधों को सही समय पर जल मिल जाता है, जिससे उत्पादन में वृद्धि होती है।
- सरकारी सब्सिडी – किसान इस योजना के तहत 65 से 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी पा सकते हैं।
किसानों की आय में वृद्धि के लिए सरकार द्वारा चलाई जा रही ड्रिप सिंचाई योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे न केवल किसानों को सिंचाई की समस्याओं का समाधान मिलेगा, बल्कि उनका आर्थिक स्तर भी सुधरेगा। किसान यदि जल्दी से जल्दी इस योजना के तहत आवेदन करें, तो वे सरकारी सहायता का लाभ उठा सकते हैं और अपनी कृषि उत्पादन क्षमता में वृद्धि कर सकते हैं।
ड्रिप स्प्रिंकलर प्रणाली के माध्यम से जल का अधिकतम उपयोग और उत्पादन में वृद्धि दोनों संभव हो सकते हैं, जिससे किसान आर्थिक रूप से स्वतंत्र और सशक्त बन सकते हैं।